कई दिनों से इच्छा हो रही थी 'आरोग्यं' शुरू करूँ. वैसे भी मेरे अनुसंधान के करियर में एक Med School में काम करना मुझे एक नया आयाम देता जा रहा है! बहुत कुछ नया मिला है सीखने को. और निश्चित ही २-३ महीने बाद आरोग्यं पर नियमित लिखा करूँगा!
फिलहाल तो एक जानकारी 'trans -fat ' के बारे में-
'trans -fat ' प्राकृतिक रूप में बहुत कम ही पाया जाता है, दूध में कुल fat का १-४ प्रतिशत ही 'trans -fat ' होता है. पौधों से प्राप्त वसा में इसकी मात्रा लेष भर भी नहीं होती. परन्तु जब प्राकृतिक वसा industry में processing की जाती है, तब कुल वसा में 'trans -fat ' की मात्रा ४५ % तक हो सकती है. ऐसे 'तेल' का प्रयोग ही ज़्यादातर 'fast -food ' वाले रेस्तरां में हुआ करता है, कारण ये है की 'trans -fat ' deep -frying के लिए उपयुक्त होता है, एक ही कढ़ाई में बार बार एक ही तेल का प्रयोग करने से भी इसमें बदबू नहीं आती, बहुत टिकाऊ होता है, जल्दी ख़राब नहीं होता!
ये तो हुआ गुणों का बखान!
अब बचना क्यूँ है इससे फिर?
कारण ये है कि 'trans -fat ' शरीर द्वारा पचाया नहीं जा सकता है. अतः ये रक्त-नलियों में जमा होने लगता है, और इसके अलावा 'adipose -tissue ' में भी (वसा संरक्षित करने वाली कोशिकाएं).
'trans -fat ' का कैंसर में बहुत असर पाया गया है शोधों में. ह्रदय-रोग का भण्डार लेकर आता है ये 'trans -fat ', साथ ही सहायक होता है मधुमेह में, मोटापे में, यहाँ तक भी मनोरोगों में भी! पूरी लिस्ट लिखूं तो पन्ना भर जाय, बस यूँ समझ लीजिये, कि कम या न के बराबर सेवन किया जाय तो हो ठीक है.
सेवन करना ही है तो plant fats का सीधा प्रयोग करें, processed hydrogenated तेलों का प्रयोग न के बराबर ही करें. Olive oil , सरसों तेल, मूंगफली का तेल, ये सब अच्छे माने गए हैं. और हाँ, faast food से दूर रखें, खुद को भी, और बच्चों को भी!
सेवन करना ही है तो plant fats का सीधा प्रयोग करें, processed hydrogenated तेलों का प्रयोग न के बराबर ही करें. Olive oil , सरसों तेल, मूंगफली का तेल, ये सब अच्छे माने गए हैं. और हाँ, faast food से दूर रखें, खुद को भी, और बच्चों को भी!
तो फिर McDonald का बर्गर और 'french -fries ' या फिर KFC की 'Chicken -nuggets ' जो कि 'trans -fat ' से लबालब होते हैं, उन्हें खाया जाना चाहिए या नहीं, ये निर्णय मैं आप पर छोड़ता हूँ!
Picture Courtesy: http://www.bantransfats.com/
Picture Courtesy: http://www.bantransfats.com/
बढिया जानकारी।
ReplyDeleteआभार............
हमने तो पढ़ लिया, मगर बच्चे पढ़ें..और समझे ,तब बने बात...
ReplyDeleteअच्छी जानकारी मधुरेश.
शुक्रिया.
इतना सही मार्ग है ये कि नियमित लिखना ही होगा ... आप स्वयं भी इसके लिंक्स भेजें , मैं भी सबको दूंगी - और क्या करना चाहिए यह निःसंकोच बताएं
ReplyDeleteword varification hata dijiye
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी देती पोस्ट ..आभार
ReplyDeleteकृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो करें ..सेव करें ..बस हो गया .
सबके लिए जरुरी जानकारी ...आभार
ReplyDeletebahut hi badhiya jankari....sach me koshish kijiye hamesha likhne ki...being a microbiologist a always support these type of articles regarding health awareness...please keep it up...
ReplyDeleteबहुत ही सार्थक व सराहनीय प्रस्तुति ... शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया जानकारी है......
ReplyDeleteसार्थक पोस्ट.....धन्यवाद....
मधुरेश शुभकामनाएं.... :)
ReplyDeleteबहुत ही अच्छी जानकारी.... आभार.... :)
अज्ञानतावश बहुत सारे लोग इसका उपयोग करते रहते हैं...बढ़िया जानकारी मिली|
ReplyDeleteacchhi jankari.
ReplyDeleteबेहतर प्रयास ....निश्चित रूप से आपके इस प्रयास से हमें लाभ मिलेगा ...!
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन और प्रशंसनीय.......
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
Madhuresh ji
ReplyDeletemere blog par aane ke liye aur apni anmol tippani
ke liye shukriya. aapne trans-fat ke baare main badhiya jaankaari
di hain.isi tarah hame aisi jaankaari dete rahiye.
bahut achi jaankari,shukriya
ReplyDeletebahut achchhi jankari di aapne ham kabhi kabhi in baton pr dhyan nahi dete .ab shayad is aur sochna prarambh karenge
ReplyDeleterachana
लाभदायक जानकारी से भरी पोस्ट !
ReplyDeleteक्या सामान्य रिफाइंड तेल भी इसी श्रेणी में आते हैं ?
पुष्पेन्द्र जी, धन्यवाद.
Deleteसाधारणतः refined oil इस श्रेणी में नहीं आते. मगर आप पैकेट पर दकेह अवश्य लें की उसमे trans fat 0 % तो लिखा हुआ है न...
thanks bahut hi acchi jankari di aapane....aapka blog accha laga
ReplyDeletei will follow your blog
thanks
http://drivingwithpen.blogspot.in/